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बदला (part-2)

 कौन रोहित और आप कौन हैं, और वहलोग  मुझे क्यू मारना चाहते हैं, भाया आपको कुछ याद नहीं हैं में आपका छोटा भाई रोहन, यह देखिये फोटो में आप भाभी और आपका बेटा सचिन। मुझे कुछ याद नहीं आरहा था पर में जिसे खोजने आया वह मिल गया मुझे, मैंने कहा भाई मुझे कुछ याद नहीं हैं में राजस्तान 6महीना से अपने बारे  में पता करने आया था, मेरा यादाश चला गया हैं भाई, बस मुझे डेली एक सपना आता था की एक लड़की हैं और एक बचा और वह मुझे बुला रहा हैं 🥺🥺, 

Badla part-1

रोहन ने कहा कोई बात नहीं हैं भाई में आपको अपना घर ले जाऊँगा आपको सब याद  आजायेगा। मैंने कहा भाई आखिर में हमारे साथ हुआ क्या था, बच्चा  और तुम्हारी भाभी कहा हैं, यह सुनते ही रोहन रोने लगा, फिर मैंने उसे चुप कराया और फिर उसने बताया की भाई, हमलोग 4साल पहले यहाँ आये थे, आप और भाभी पेशे से डॉ थे तो आपलोग सरकारी डॉ थे तो आपलोग का ट्रांसफर राजस्थान के हनुमान नगर में हुआ था, ज़ब हमलोग यहाँ आये थे तो हॉस्पिटल का हालत खराब था, आप और भाभी को यह देख के अच्छा नहीं लगा तो आपलोग ने यहाँ के लोगों से पूछा की ऐसे हालत क्यू है यहाँ तो लोगों ने बताया यहाँ के बहुत बड़े गुंडे का प्राइवेट हॉस्पिटल हैं बगल में, उन्होने ने यह सब किया हैं ताकि सारा मरीज़ वहां जाए और उसका यह दूकान चले। 


आपने कहा तो आपलोग पुलिस स्टेशन क्यू नहीं गए तो लोगों ने कहा भाया सबको पैसा खिला के रखा हैं यहलोग, भाई गुंडा हैं यहलोग  उसका बाप पॉलिटिक्स में हैं तो हम और आप वहलोग का क्या कर लेंगे 

फिर आपने बोला ठीक हैं कोई नहीं, आपलोग डरिए मत किसी ना किसी को कुछ करने होगा सुरुवात, मैं करूँगा वह सुरुआत कल से हॉस्पिटल की साफ सफाई शुरू कर के इसका फिर से चालू करूँगा, लोगों ने कहा डॉ साहब ऐसा मत कीजिये आप, भाभी ने भी कहा की चलिए यहाँ से, तो आपने कहा मैं एक डॉ हुँ और डॉ का काम हैं मरीज़ को ठीक करना, यहाँ तो पूरा गाँव बीमार हैं, गुलामी का, मैं ऐसे नहीं जा सकता यहाँ से, फिर आपने सरकारी लेटर लिखा, सारी बात यहाँ का आपने सरकार को बताई, फिर पुलिस स्टेशन जाके आपने बात की, पुलिस ने आपकी बात नहीं मानी तो आपके बहुत बड़ा बड़ा पहचान था, तो आपने बात कर के पुलिस को मज़बूर कर दिया, सही काम करने पे, 


कल से काम स्टार्ट हो गया, हॉस्पिटल फिर से चलने लायक हो गया, आप और भाभी मन लगा के गाँव के लोगों की सेवा करने लगे, और मैं और छोटू यानि सूरज आपका प्यारा बेटा घर पे मस्ती करते थे, हॉस्पिटल चालू होने के कारण, प्राइवेट हॉस्पिटल मे भीड़ कम होने लगा और इसके कारण उनका घाटा  होने लगा, उनके गुंडे धमकाने भी आने लगे बीच बीच में पर आपने उसको कानूनी तरीके से जवाब दिया। इसी तरह एक साल हो गया, और प्राइवेट हॉस्पिटल का हाल बहुत खराब होते जा रहा था, फिर एक दिन हमलोग घूमने के लिए मनाली गए थे, पूरा फॅमिली, खूब मस्ती कर रहे थे, आपको कोई फ़ोन आया तो आप बाहर गए होटल के, उसके बाद अब वापस नहीं आये, इधर वह गुंडा लोग आके mujhe, सूरज और भाभी को खूब मारा, आसपास के लोग सिर्फ देख रहे थे भैया, फिर मेरे सामने  सूरज और भाभी को गोली मार दिया भैया, पर में कुछ नहीं कर पाया, मुझे पता नहीं क्यू छोड़ दिया वहलोग भैया मार पीट के। 


यह सुन्न के आँखो से आंसू गिरने लगे, और में कितना अभागा मुझे कुछ याद ही नहीं है 🥺🥺🥺🥺फिर में जोड़ से चिल्लाया, फिर रोहित ने मुझे हमलोग के घर ले गया, मुझे याद दिलाने लगा, बहुत दिनों तक में भी बहुत कोशिश करने लगा, फिर एक दिन रात में वही सपना आया और मेरे मुँह से आवाज़ निकला माया, और में उठ गया, मुझे अब सबकुछ याद आगया, फिर मैंने भाई को बोला भाई अब बदले का वक़्त आगया है 


कहानी जारी हैं....... 

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