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चाइना का अब खैर नहीं, आरहा हैं rafale jet लड़ाकू विमान फ्रांस से




लद्दाख में (Lac) पर चीन से तनाव को देखते हुई सरकार ने वायु सेना को और मज़बूत बनाने के लिए राफेल फाइटर जेट को फ्रांस से लाने के लिए 7जाबाज़ और ट्रेंड पायलट को भेजा हैं, फ्रांस से इंडिया कि दुरी 7379 km हैं। 

सबसे पहले आपलोग एक बार याद दिला दू कि राफेल कि डील सितम्बर 2016 में फ्रांस और भारत के बीच 36 राफेल फाइटर जेट कि हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह सौदा 7.8 करोड़ यूरो करीब 5800 करोड़ रूपए में फाइनल हुई थी। 

भारतीय वायु सेना के 7जाबाज़ और ट्रेंड पायलट इन 5 फाइटर जेट को उड़ा कर ला रहे हैं, फ्रांस से उड़ान भरने के बाद इनका पहला स्टॉपीज़ UAE होगा जहाँ वह 1दिन के लिए रुकेंगे, फिर 28 जुलाई को सभी 5विमान हिंदुस्तान के लिए रवाना हो जायेंगे और 29 जुलाई कि सुबह अंबाला पहुंचेंगे। 



26 जुलाई, सोमवार को 5 जेट फाइटर  राफेल विमान ने भारत के लिए उड़ान भरी, इससे दौरान वहां वायु सेना के 7 पायलट मौजूद थे, और फ्रांस में भारत के राजदूत  ने 7पायलट से मिल कर उन्हें  सुरक्षित उड़ान कि सुभकामनाएँ दी। 

एयरफोर्स कमांडर कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी ने कहा था कि वायुसेना चीन से निपटने के लिए हर वक़्त हाई अलर्ट पर रहे। राफेल के आने से वायुसेना कि ताकत मजबूत हो जाएगी और इससे सेना का मनोबल बढेगा, इसलिए अंबाला में राफेल कि स्वागत कि जोर सोर से तैयारी हो रही हैं 


तो चलिए आपलोग कमेंट बॉक्स पे जय हिन्द और जय भारत लिखिए। 

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