रेप का क़ानूनी मतलब बस इतना होता है की बनाये गए यौन संबंध महिला की सहमति थी की नहीं, महिला की सहमति ही वह रेखा है जो तय करती है कि बलात्कार हुआ है कि नहीं, इससे कोई मतलब नहीं होना चाहिए कि महिला का उस पुरुष से क्या संबंध है क्या वह पत्नी हैं, गर्लफ्रेंड हैं या अनजान हैं, इससे कुछ तय नहीं होता, सहमति थी कि नहीं, यदि सहमति नहीं थी तो यह रेप हैं।
भारत में हर एक घंटा मैं 1 रेप होता हैं, दिल्ली को देश का कैपिटल के साथ -साथ रेप का भी कैपिटल सिटी कहा जाता हैं, चलिए कुछ नज़र NCRB के आकड़ों पर ड़ालते हैं
दिल्ली में 2011-2016 तक 277 फीसदी दुष्कर्म कि विर्धि हुई हैं दिल्ली में uसाल 2011 मैं 572 मामले दर्ज़ किये गए थे तो वही 2016 में 2155 मामले दर्ज़ किये गए हैं, NCRB के अनुसार 2014 में भारत देश मैं 36975 मामले दर्ज़ किये गए थे। इतना रेप के मामले देख के कभी ना कभी यह ख्याल तो मान में आया होगा कि रेप के मामले बढ़ क्यू रहे हैं, चलिए कुछ example देते हैं जिससे आपको समझ आजायेगा।
मुंबई में एक बच्ची के साथ उसका टीचर करता रहा जबरदस्ती,और उसके खिलाफ एक नहीं 18 कम्प्लेंट दर्ज़ किये गए पर जिस स्कूल में वह पढ़ा रहे थे ना उस स्कूल को उसके लिए शायद बड़ी बात नहीं थी, ना ही उसे निकला गया और ना ही पुलिस के हवाले करें गए। मतलब उसे बढ़ावा मिला रेप करने का
एक बच्ची को पार्टी मैं बुलाया गया और ड्रिंक में नशे कि गोली डाल के उसके साथ गैंगरेप किया गया।
एक लड़की जो घर जाने के लिए बस स्टैंड पर खड़ी थी एक उसे एक ड्राइवर ने लिफ्ट दी पर रेप करने के लिए। बात यहाँ पर सोचने वाली हैं कि इतनी आसानी से रेप को अंजाम दिया जा रहा हैं क्यू क्योकि किसी को डर नहीं हैं वह जान रहा हैं पुलिस कुछ करेगा नहीं समाज भी कुछ बोलेगा नहीं उल्टा लड़की से पुलिस गन्दा गन्दा सवाल करेगा, समाज वाले बोलेंगे कि लड़की का करैक्टर खराब हैं, ढंग का कपड़ा पहनती नहीं हैं, छोटा छोटा कपड़ा पहनती हैं, तो मुझे उनलोगो से एक सवाल हैं 3-4 साल कि बच्ची का फिर रेप क्यू होता हैं उसका भी करैक्टर खराब हैं या वह ढंग के कपड़े नहीं पहनती हैं, यह सब बेकार के बहानों को हम समाज के लोग भुला के दोषी को सज़ा देने मैं मदद करेंगे लड़की का तो रेप करने वालो को दिल में डर पैदा होगा और वह रेप करने मैं 10बार सोचेंगे।
यौन हिंसा किसी एक देश कि महिलाओ कि समस्या नहीं हैं पूरी दुनिया कि महिलाये इससे समस्या से जूझ रही हैं अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन जैसे विकसित देश मैं भी रेप कि सबसे ज्यादा घटनाये हुई है। दुनिया मैं 36 फीसदी महिलाएं यौन हिंसा की शिकार हुई हैं। दुनिया मैं साउथ अफ्रीका मैं सबसे ज्यादा रेप होता हैं एक दिन मैं करीब 1400।
*दूसरा पार्ट कुछ दिनों के बाद पोस्ट करूँगा सो मेरे ब्लॉग से जुड़े रहे एक बार डेली सुबह 11 ऍम को विजिट करें *
5 Comments
Sahi baat tumne kaha hai isme
ReplyDeleteThnks for reading my post, keep supporting and do share your friends and family member
DeleteWah kya gajab baat kahi h Miraz bhai
ReplyDeleteTagra baat ye baat media tak aur sare logo tak pahuchna chahiye
DeletePahucha de tb, ज्यादा से ज्यादा शेयर करो, tehilog पंहुचा सकता हैं
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